Thursday, February 28, 2013

मौन का संवाद "काव्य संकलन का लोकार्पण  27 जनवरी 2013 को स्थानीय जवाहर रंगमंच में श्रीमती प्रतिभा चौधरी द्वारा किया गया .
                                                     मेरा प्रथम काव्य संकलन "मौन का संवाद"

Wednesday, February 13, 2013


प्रेम -कुछ भिन्न आयाम


मैं और तुम 
कुछ ऐसे प्रेम करें 
की मैं मैं ही रहूँ
और तुम तुम ही रहो
मैं दिन को अगर रात कहूं
तो तुम मुझे सुधारो
हम चाँद के पार न जाकर
यहीं धरती पर सुलझाएं और लड़े
जमीनी वास्तविकताओं का
हम कल्पनाओं में नहीं जियें 
वरन  जिंदगी की आपाधापी में 
 एक दूसरे का संबल बने रहें
सच्चे दोस्त की तरह
हमारा प्रेम हमें बांधे  नहीं 
बल्कि मुक्त कर दे 
एक दूसरे को 
प्रेम में हम गिरे नहीं
बल्कि और ऊंचे उठ जाएँ 
अपनी अस्मिता से.